कुछ लोगों को अपने शरीर, लंबाई, रंग, सुंदरता आदि से परेशानी होती है। ऐसे लोग खुद को आसानी से नहीं एक्सेप्ट कर पाते हैं। हो सकता है आप भी उन लोगों में शामिल हों, जो अपने लुक्स और इमेज को लेकर बहुत ज्यादा चिंतित रहते हैं। दरअसल हम सभी कभी न कभी किसी न किसी से प्रभावित होते हैं। ये प्रभाव खूबसूरती का भी हो सकता है और सफलता का भी हो सकता है। ऐसे समय में हमारा मस्तिष्क तुरंत यह सोचने लगता है कि अगर हम सामने वाले की तरह होते, तो शायद हमें भी लोगों का वैसा ही प्यार या काम में सफलता मिलती। ये बात सोचने में कोई बुराई नहीं है। मगर यदि आप इसकी वजह से अपने आप से नफरत करने लगें, तो गलत है।
आज हम आपको बता रहे हैं खुद को प्यार करने और अपनी बॉडी को एक्सेप्ट करने के 5 तरीके, जिनसे आप में कॉन्फिडेंस आएगा और आप खुश और पॉजिटिव महसूस करेंगे।
किसी से अपनी तुलना न करें
दुनिया का हर इंसान अलग लुक्स, अलग क्षमताओं और अलग विशेषताओं के साथ पैदा होता है। कुछ स्तरों पर आप किसी के समकक्ष हो सकते हैं, मगर हर बात में अगर आप दूसरों से अपनी तुलना करेंगे, तो आप दुखी ही होंगे। हमें हमेशा लगता है कि जिंदगी की रेस में हमारे साथ दौड़ने वाला शख्स हमें हरा रहा है या हम उसे हरा रहे हैं। मगर ध्यान रखें कि ये न आपके अकेले की रेस है और न ही आप कभी नंबर 1 बन सकते हैं। इसलिए आप दूसरों से अपनी तुलना कभी भी न करें।
अपनी सेहत पर ध्यान दें
जो लोग अपनी बॉडी, लुक्स, लंबाई और रंग को लेकर चिंता में रहते हैं, वो भी दरअसल अपना ही नुकसान कर रहे हैं। जीवन में सफलता और खुशी के लिए आपके शरीर की कोई भी विकृति बाधा नहीं बन सकती है। इसलिए इन बातों पर चिंता करने के बजाय आपको अपनी सेहत पर ध्यान देना चाहिए। आप जितने ज्यादा हेल्दी रहेंगे आप अंदर से उतना ही खुश और पॉजिटिव महसूस करेंगे। अगर आपकी सेहत अच्छी हो, तो आपकी लंबाई, चौड़ाई, रूप, रंग आदि कुछ भी मायने नहीं रखते हैं।
जो लोग आपकी तरह हैं, उनसे इंस्पायर हों
अगर आपको लगता है कि प्रकृति ने आपके साथ अन्याय किया है और आपको वैसी खूबसूरती या रूप-रंग नहीं दिया है, जैसा आप चाहते हैं, तो रुकें। जिन चीजों को लेकर आप चिंतित हैं, वैसे गुणों वाले आप अकेले इंसान नहीं हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप आप अपने जैसे दिखने वाले सफल लोगों की सूची बनाएं और उनसे इंस्पिरेशन लें। याद रखें महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर अगर अपनी लंबाई को लेकर चिंतित होते और सोचते कि क्रिकेट में फिटनेस और लंबाई का महत्व है, तो वे शायद क्रिकेट को अपना पैशन नहीं बनाते। आज दुनिया उन्हें लिटिल मास्टर और क्रिकेट के भगवान के नाम से जानती है।
सोशल मीडिया को सीरियसली न लें
अक्सर हम अपनी सोशल इमेज को लेकर बहुत ज्यादा कॉन्शियस होते हैं। सोशल मीडिया पर तस्वीरें पोस्ट करते समय या कुछ लिखते समय हम हजार बार यह सोचते हैं कि लोग क्या सोचेंगे। सोशल मीडिया को आप बिल्कुल अलग दुनिया नहीं मान सकते हैं। न ही सोशल मीडिया के लाइक्स, शेयर और कॉमेंट आपकी सफलता-असफलता का पैमाना हो सकते हैं। इसलिए सोशल मीडिया को बहुत सीरियसली न लें। रियल फ्रैंड्स बनाएं, जो आपकी तरह हों और जिनके साथ आप खुश रह सकें, बात कर सकें।
अपनी टैलेंट को पहचानें
अक्सर जो लोग अपने आप को लेकर नाखुश रहते हैं, वे ऐसा इसलिए महसूस करते हैं क्योंकि वे किसी अन्य को फॉलो करना चाहते हैं और उसके जैसा बनना चाहते हैं। मगर आपको बता दें कि हम में से हर एक शख्स एक अलग टैलेंट के साथ पैदा होता है। इसलिए अपने टैलेंट को पहचानें और देखें कि आप किस चीज में अन्य से परफेक्ट हैं। अगर आपको अपना पैशन पता चल गया और आपने उसके लिए मेहनत कर ली, तो लोग तमाम विसंगतियों के बावजूद आपको प्यार करेंगे और आपको एक्सेप्ट कर लेंगे।